बरनाला में पैसों के लालच में एक परिवार का ट्रिपल कत्ल का मामला सामने आया
बरनाला पुलिस ने इस अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाई
बरनाला के सेखा गांव की घटना, जहां परिवार से कई सालों से जुड़े एक व्यक्ति ने परिवार के तीन सदस्यों को भाखड़ा नहर में फेंककर उनकी हत्या कर दी।
मृतकों में घर की मुखिया महिला, उसकी बेटी और बेटा शामिल हैं
मृतकों के शव हरियाणा के सिरसा पुलिस को मिले, पुलिस ने पहचान के लिए समय तय कर अंतिम संस्कार कर दिया, जबकि लड़के के शव की तलाश जारी है।
बरनाला पुलिस ने हत्या के आरोपी एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है
एसएसपी बरनाला ने बताया कि कुछ दिन पहले पुलिस को सेखा गांव के तीन सदस्यों के लापता होने की शिकायत मिली थी
इस मामले में पुलिस ने परिवार के एक करीबी रिश्तेदार कुलवंत सिंह को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की और इस अंधे कत्ल की सच्चाई सामने आ गई
एसएसपी बरनाला ने बताया कि आरोपी कुलवंत सिंह को मृतक परिवार को लगभग 20 लाख रुपये देने थे, जिसके चलते उसने रास्ते में ही मुखिया की हत्या कर दी। परिवार, उसकी बेटी और बेटे को भाखड़ा नहर में फेंककर उनकी हत्या कर दी गई
आरोपी परिवार को माता नैना देवी के दर्शन के बहाने ले गए थे और अगले दिन उन्हें पटियाला के पास भाखड़ा नहर में फेंक दिया गया
उन्होंने कहा कि पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है
इस बीच, मृतक के परिवार ने इस मामले में पुलिस की कहानी पर सवाल उठाए हैं
मृतक के परिवार का कहना है कि इस मामले में आरोपी का पूरा परिवार शामिल है और कत्ल करने के बाद शव नहर में फेंके गए हैं
तीन जिंदा लोगों को नहर में फेंकना किसी एक व्यक्ति का काम नहीं है
उन्होंने कहा कि मृतकों के शवों के सिर और शरीर पर कई चोटें हैं, जिनकी तस्वीरें देखने से पता चलता है कि उन्हें मारने के बाद नहर में फेंका गया है
उन्होंने मांग की कि इस मामले में आरोपी के पूरे परिवार को शामिल किया जाए।
इस अवसर पर बोलते हुए बरनाला के एसएसपी मोहम्मद सरफराज आलम ने कहा कि बरनाला पुलिस ने एक तिहरे अंधे हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। गांव सेखा में एक परिवार के तीन सदस्य लापता थे, जिसको लेकर पुलिस तीनों लापता परिवार के सदस्यों की तलाश कर रही थी। उन्होंने बताया कि लापता परिवार के सदस्यों में परिवार की मुखिया किरनजीत कौर, उसकी बेटी सुखचरणप्रीत कौर और एक लड़का हरमनजीत सिंह लापता थे। इस मामले में पुलिस जांच के दौरान गांव के ही एक व्यक्ति को शक के आधार पर हिरासत में लिया गया था, जिसके बाद हत्या की गुत्थी सुलझ सकी। उक्त व्यक्ति ने ही तीनों को मारने के लिए नहर में फेंका था। उन्होंने बताया कि इस मामले में पुलिस ने गांव के ही एक आरोपी कुलवंत सिंह कांटी को गिरफ्तार किया है। इस आरोपी के परिवार के साथ लंबे समय से करीबी संबंध थे। पूछताछ में पता चला कि उसका परिवार के साथ लाखों रुपये का लेनदेन था और आरोपी को परिवार के करीब 20 लाख रुपये देने थे। जब परिवार के मुखिया ने आरोपी से पैसे मांगे तो आरोपी ने परिवार के तीनों सदस्यों को मारने की योजना बना ली थी। एसएसपी बरनाला ने बताया कि इसी इरादे से आरोपी कुलवंत सिंह 26 अक्टूबर को परिवार के तीन सदस्यों को माता नैना देवी के दर्शन के बहाने अपने साथ ले गया और 27 अक्टूबर को लौटते समय उसने तीनों को पटियाला जिले में भाखड़ा नहर में धक्का दे दिया। इस घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी ने एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर कर लोगों को गुमराह करने की कोशिश की, जिसमें यह व्यक्ति खुद को निर्दोष बता रहा है। उन्होंने बताया कि इनमें से परिवार के मुखिया और उसकी बेटी के शव मिल गए हैं, जो हरियाणा के सिरसा में बरामद हुए हैं। सिरसा पुलिस द्वारा कुछ समय तक पहचान के लिए रखने के बाद उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया है। जबकि मृतक लड़के की तलाश जारी है। उन्होंने कहा कि पुलिस मामले की और विस्तार से जांच कर रही है और इस मामले में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। मृतक के परिजनों द्वारा इस मामले में आरोपी के परिवार को गिरफ्तार करने की मांग के बारे में एसएसपी बरनाला ने कहा कि आज उन्होंने ग्रामीणों और मृतक के परिजनों से मुलाकात की है, जिन्हें आश्वासन दिया गया है कि पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है। किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस हर पहलू से जाँच कर रही है।
इस संबंध में मृतक महिला के भाई बलराज सिंह और पिता नछत्तर सिंह ने बताया कि पिछले कई दिनों से उसकी बहन और बच्चों के फोन बंद थे। जब वे गांव वाले घर लौटे तो घर पर ताला लगा मिला। इस संबंध में उन्होंने कुलवंत सिंह, जो अक्सर घर पर आता-जाता रहता है, से संपर्क किया तो उसने बताया कि परिवार एक सप्ताह या 10 दिन के लिए कहीं बाहर गया हुआ है और घर में रखे कुत्ते की देखभाल की जिम्मेदारी उसे दी है। इसके बाद उन्हें कुलवंत सिंह पर शक हुआ और उन्होंने परिवार के लापता होने की सूचना बरनाला पुलिस को दी। जिसके बाद अब पुलिस ने उन्हें बताया है कि उनकी बहन और बच्चों की उक्त व्यक्ति ने नहर में फेंक कर हत्या कर दी है। उन्होंने बताया कि अभी तक परिवार के किसी भी सदस्य ने मृतक का नाम नहीं बताया है, जबकि पुलिस कह रही है कि उसकी बहन और भतीजी के शव हरियाणा पुलिस को मिले थे, जहां उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया, जबकि उसके भतीजे के शव अभी तक नहीं मिले हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में उन्हें पूरा न्याय दिया जाए और सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए। उन्होंने कहा कि पैसों के लालच में उनकी बेटी और उसके बच्चों की हत्या की गई है। इस मामले में कुलवंत सिंह अकेला दोषी नहीं है, बल्कि उसका पूरा परिवार इस अपराध में शामिल है। इसी वजह से उन्होंने एसएसपी बरनाला से मुलाकात की और अपने परिवार को मामले में नामजद करने की मांग की।
इस मौके पर मृतक के रिश्तेदार अवतार सिंह ने कहा कि बरनाला पुलिस इस मामले में पूरी झूठी कहानी गढ़ रही है। पुलिस ने अब तक परिवार को जो कुछ भी बताया है, वह आरोपियों द्वारा दिए गए बयान के अनुसार बताया जा रहा है, जिस पर उन्हें विश्वास नहीं है। उन्होंने कहा कि इस मामले में एक व्यक्ति तीन लोगों की हत्या करके उन्हें नहर में नहीं फेंक सकता। उन्होंने कहा कि मृतक महिला और उसकी बेटी के शवों को देखकर लग रहा है कि उनके सिर और शरीर पर गंभीर चोटें आई थीं, जिसके बाद उनकी हत्या करके शव नहर में फेंका गया। यह सब उनके पास पहुंची मृतकों की तस्वीरों से पता चलता है। उन्होंने कहा कि इस मामले में आरोपी कुलवंत सिंह का परिवार शामिल है। इस मामले में उसके बेटे, पत्नी और पिता को नामजद किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि बरनाला पुलिस ने उन्हें मृतकों के शव मिलने के बारे में कुछ नहीं बताया है, जबकि नहरों में लापता लोगों की तलाश करने वाले गोताखोरों से उन्हें सारी जानकारी मिली है। उन्होंने मृतकों के शवों की तस्वीरें उन्हें भेजी हैं। परिवार को कोई शव नहीं मिला है, जबकि पुलिस कह रही है कि हरियाणा पुलिस ने उनका अंतिम संस्कार कर दिया है। उन्होंने बताया कि यह हत्या पैसों के लेन-देन के चक्कर में की गई है।
- इस मौके पर मृतक परिवार के पड़ोसी हरमिंदर सिंह ने कहा कि जिस तरह से यह कहानी दिखाई जा रही है, उस पर यकीन नहीं हो रहा। उन्होंने कहा कि परिवार के तीनों सदस्य स्वस्थ थे और कोई उन्हें नहर में नहीं फेंक सकता। उन्होंने बताया कि आरोपी कुलवंत सिंह एक साधारण दुकान चलाता है और उसके पास ज़्यादा ज़मीन नहीं है। उसने परिवार की मुखिया को अपने भरोसे में लेकर उसकी छह काँटे ज़मीन बेच दी। इसके बाद, उसके पैसों से उसने अपनी ज़मीन भी खरीदी, प्लॉट खरीदे, घर बनवाया और लाखों रुपये खर्च करके अपने बच्चे को विदेश भेज दिया। इस व्यक्ति ने परिवार की मुखिया को अपने भरोसे में लेकर सभी रिश्तेदारों से नाता तोड़ लिया।