बरनाला जिला के तपा मंडी के पास गांव दराका में एक दुखद घटना सामने घटी
25 फीट गहरे तालाब में डूबने से सात साल के दो मासूम बच्चों की दर्दनाक मौत
गरीब परिवारों से संबंधित दोनों परिवारों का रो-रोकर बुरा हाल
सीचेवाल मॉडल के तहत तालाब का किया जा रहा था नवीनीकरण
दोनों परिवारों के लिए आर्थिक मुआवजा और सरकारी नौकरी की मांग की
मृतक आपस में थे चचेरे भाई
बरनाला के सिवस अस्पताल में दोनों बच्चों का किया गया पोस्टमार्टम
इस मौके पर गरीब परिवार से संबंधित अनुसूचित जाति के परिवार के सदस्यों, ग्रामीणों और बहुजन समाज पार्टी के नेता ने बताया कि सीचेवाल मॉडल के तहत तैयार किए जा रहे तालाब के प्रबंधकों पर सवाल उठाते हुए कहा कि दोनों पीड़ित गरीब परिवार से संबंधित हैं। उनके दो बच्चे लवप्रीत सिंह पुत्र सतनाम सिंह और नवजोत सिंह पुत्र गुरप्रीत सिंह कल शाम गांव के तालाब के पास खेल रहे थे कि अचानक तालाब में गिर गए और उनकी दर्दनाक मौत हो गई। उन्होंने इसके लिए सीधे तौर पर तालाब के प्रबंधकों को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने आरोप लगाया कि तालाब के आसपास कोई साइनबोर्ड नहीं लगाया गया था, न ही कोई जाल लगाया गया था और न ही कोई रेलिंग लगाई गई थी, जिस कारण यह हादसा हुआ। अगर यह तालाब तैयार नहीं था, तो इसमें पानी क्यों छोड़ा गया। उनके दोनों बच्चों की इस तालाब में दर्दनाक मौत हो गई, जो करीब 25 फीट गहरा है। उन्होंने यह भी कहा कि पास में एक सरकारी स्कूल भी है, जिस कारण भविष्य में यह बड़ा हादसा हो सकता है। इस अवसर पर बहुजन समाज पार्टी के हलका भदौड़ इंचार्ज दर्शन सिंह ने प्रशासन और सरकार से मांग की कि तालाब तैयार करने वाले प्रबंधकों की लापरवाही के कारण गरीब परिवारों से संबंधित दोनों परिवारों के दोनों मासूम बच्चों की मौत हुई है। इन दोनों बच्चों को बड़ा होकर अपने माता-पिता का सहारा बनना चाहिए था। जिसके लिए पंजाब सरकार व प्रशासन को दोनों पीड़ित परिवार के सदस्यों को आर्थिक सहायता देनी चाहिए तथा दोनों परिवारों के एक-एक सदस्य को सरकारी नौकरी देनी चाहिए, ताकि बाकी परिवार अपना गुजारा कर सके। इस अवसर पर दोनों बच्चों को तालाब से बाहर निकालने वाले युवक धर्मप्रीत सिंह व उसके साथी ने बताया कि दोनों बच्चे आधे घंटे तक मौत से जूझते रहे लेकिन लोगों की भारी भीड़ मौजूद थी। लेकिन किसी ने भी इंसानियत नहीं दिखाई। अगर समय रहते बच्चों को तालाब से बाहर निकाल लिया जाता तो बच्चों की जान बच सकती थी। लोग बेबस होकर इस घटना को देखते रहे जिसके चलते यह दुखद घटना सामने आई है। दोनों मृतक बच्चों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए बरनाला के सरकारी अस्पताल में लाया गया है। जहां तपा पुलिस कार्रवाई कर रही है।
इस अवसर पर गांव की सरपंच के पति अमनदीप सिंह ने बताया कि गांव में तालाब के थापर मॉडल का काम चल रहा है। हालांकि तालाब में पानी नहीं था, लेकिन कल हुई बारिश के कारण उसमें पानी भर गया था। ये बच्चे हर रोज की तरह वहां खेलते थे और कल उनका पैर पानी में पड़ गया और उनकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि दोनों परिवार गरीब हैं और वे पंजाब सरकार से दोनों भाइयों के लिए मदद की अपील कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि तालाब का काम चल रहा है और उसके चारों ओर जालीदार रेलिंग लगाई जानी बाकी है। उन्होंने कहा कि इस बात का ध्यान रखा जाएगा ताकि भविष्य में ऐसी कोई घटना न हो।