पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बीबीएमबी से पानी के मुद्दे पर किसान संगठनों के खिलाफ बयान दिया था
जिसके बाद किसानों में मुख्यमंत्री के प्रति रोष देखा जा रहा है
भारतीय किसान यूनियन कादियां ने बरनाला में बैठक कर मुख्यमंत्री के बयान की निंदा की
किसानों ने सीएम को किसान संगठनों के खिलाफ अपमानजनक बयानबाजी से बचने की चेतावनी दी
किसानों ने कहा कि पानियों के मुद्दे पर आप सरकार घटिया राजनीती कर रही है और इसी का आड में किसान संगठनों को बदनाम कर ही है
किसानों ने कहा कि 21 मई को हरियाणा को पानी दे दिया जाना है, मुख्यमंत्री केवल 5-7 दिन के लिए वोट लेने के लिए गंदी राजनीति कर रहे हैं
किसानों ने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेता हरियाणा में जाकर इसी पानी पर हरियाणा को हिस्सा देने और दिल्ली में जाकर दिल्ली के हिस्से का पानी देते की बात करते हैं
किसानों ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री ने गलत बयानबाजी बंद नहीं की तो गांवों में आम आदमी पार्टी के नेताओं का घेराव किया जाएगा
इस मौके पर बीकेयू कादियां ब्लॉक अध्यक्ष जसवीर सिंह सुखपुरा ने कहा कि आज भारतीय किसान यूनियन कादियां की एक अहम बैठक हुई है. जिसमें पंजाब के मुख्यमंत्री ने कल पंजाब के किसान संगठनों के प्रति इस्तेमाल की गई गलत शब्दावली के संबंध में बयान दिया है। मुख्यमंत्री ने किसान संगठनों के खिलाफ बेहद अपमानजनक बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अब पंजाब के पानी के मुद्दे और एसी ट्रालियों की मांग को लेकर किसानों पर ब्यान दे रहे हैं। लेकिन सरकार ने ही किसानों के मोर्चों पर किसानों की एसी ट्रॉलियां चुरा ली हैं। अगर अफसरशाही या सरकार एसी कमरों और गाड़ियों में घूम सकती है, तो क्या किसानों को एसी में रहने पर कोई आपत्ति है? उन्होंने कहा कि पंजाब के सभी संगठन एकजुट हैं और आने वाले समय में मुख्यमंत्री के इस घिनौने बयान का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
इस अवसर पर संगठन के जिला अध्यक्ष जगसीर सिंह छीनीवाल ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पानी के मुद्दे पर किसान संगठनों के खिलाफ बहुत दुर्भाग्यपूर्ण बयान दिया है। परिणामस्वरूप, उन्होंने आज एक बैठक की और मुख्यमंत्री के बयान की निंदा की। उन्होंने कहा कि इस बयान के विरोध में मुख्यमंत्री के पुतले जलाए जाएंगे और जरूरत पड़ी तो मंत्रियों और आप विधायकों का घेराव भी करेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान बार-बार किसान संगठनों पर निशाना साध रहे हैं और बयान दे रहे हैं कि किसान धरने पर बैठे हैं, लेकिन अब आम आदमी पार्टी खुद धरने पर बैठ गई है। मुख्यमंत्री किसान संगठनों को बदनाम करने के लिए केंद्र सरकार के साथ मिलीभगत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब के पानी के मुद्दे को लेकर किसान संगठनों ने अपने विरोध कार्यक्रम तैयार कर लिए हैं और संगठन मुख्यमंत्री के अनुसार काम नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को यह बात समझ लेनी चाहिए कि आप सरकार के पास अभी डेढ़ साल का समय बचा है। अगर वे अब भी ऐसी बयानबाजी से बाज नहीं आए तो उनकी पार्टी के नेताओं को गांवों में घेर लिया जाएगा।
बीकेयू कादियां के राज्य नेता जसमेल सिंह ने कहा कि 21 मई को हरियाणा को पानी छोड़ा जाना है। मुख्यमंत्री भगवंत मान सिर्फ 5-7 दिनों के लिए हीरो बनने का नाटक कर रहे हैं। आम आदमी पार्टी पांच-सात दिन के लिए पंजाब में वोट की टोकरी भरने के लिए पानी का शोर मचा रही है। इस घिनौनी राजनीति में किसान संगठनों को बदनाम किया जा रहा है। जबकि अगर हम पिछले इतिहास पर नजर डालें तो पंजाब के किसान संगठनों ने ही धरना देकर एसवाईएल को रोका था।
इस अवसर पर भाकियू कादियां के नेता जसबीर सिंह कालेके ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने किसान संगठनों के खिलाफ बयानबाजी करके संगठनों के मान-सम्मान को ठेस पहुंचाने का कदम उठाया है। उन्होंने कहा कि धरनों से निकली पार्टी के मुख्यमंत्री स्वयं बीबीएमबी में धरना दे रहे हैं और किसान संगठनों के धरनों के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि जिस पानी के लिए लड़ाई लड़ी जा रही है, उसे किसान संगठनों ने ही धरना देकर रोक दिया था। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी पानी के मुद्दे पर दोगरी नीति अपना रही है। हरियाणा में उनकी पार्टी के नेता हरियाणा को पानी देने की बात करते हैं और बयान देते हैं कि हरियाणा को भी उसके हिस्से का पानी मिलना चाहिए। इसी तरह वे दिल्ली जाकर भी दिल्ली के लिए पानी लाने की बात कहते हैं। उन्होंने कहा कि लोग समझदार हैं और उनकी राजनीतिक चालों को अच्छी तरह समझते हैं।